Monday, January 3, 2011

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एक बार निर्मलसा को अंग्रेजी का शोख चढ़ गया
उन्होंने कहा -दी हमे आप अंग्रेजी सिखा दो
हमको सिखाने के लिए एक सुन्दर सी परी लगादो
हमने मिस को पढ़ाने लगा दिया
थोड़े दिनों तक मिस पढ़ाने लगी
...पढाई से ज्यादा वो मिस भाने लगी
एक दिन वो मिस नहीं आई
हमने उसकी डांट लगाई
वो बोली-क्रिकेट की डाकुमेंटरी सुनी
तो स्वातिजी नहीं आ पाई
दुसरे दिन फिर नहीं आई
पूछने पर बोली- पडोसी गुप्ताजी
का ट्रांसफोर्मर हो गया हे
हमने कहा-निर्मलसा ये गलत पढ़ाती है
शब्दों का गलत उच्चारण करती है
आप इससे पढना छोड़ दीजिये
हम कोई और लगवा देंगे
निर्मलसा बोले-अरे कोई बात नहीं "दी"
करेप्शन तो हम कर देंगे
पर अब उनको नहीं छोड़ेंगे
हमने कहा-निर्मलसा करेप्शन
नहीं करेक्शन बोलिए
और कृपया ऐसे लोगो की संगत छोड़िये
जो आपको गलत सिखा रहे है
और आप beauty के चक्कर में भटके जा रहे है

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