जन्म कुन्डली दिखलाई
कुण्डली को देखकर
ज्योतिष को बेहोशी आयी
मंत्रीजी ने सोचा शायद
पी .एम .के पद पर जाऊंगा
कही मांग न ले मोटी रकम
किसी और को दिखलाउगा
घूमते घूमते मंत्रीजी
आ गये हमारे पास
देख उनकी जन्म कुन्डली
हम भी हो गये हताश
मंत्री जी बोले स्वाति जी
क्या मेरी जन्म कुन्डली
दिखती नही भली
हमने कहा नहीं पंडित जी
हमे समझ मे नही आ रहा
ये जन्म कुन्डली हे या सर्प कुण्डली
तभी से हम सोच रहें है
क्यो होते हैं मन्त्री जी मालामाल?
रिश्वत, भ्रष्टाचार, लूट से
डसकर करते हें दूसरो को कंगाल
ये उनका दोष नहीं
ये उनके ग्रहों का कमाल है
दूसरो को करके हलाल
खुद मालामाल है
sahi hai
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