नेता के चमचे
मानो जी हुजूरी की
बदबू के गमछे
नेता एक चमचे अनेक
यानी एक हसीना सौ दीवाने
जैसे जैसे जनसँख्या बढ़ रही है
वैसे ही चमचो की तादाद बढ़ रही है
राष्ट्र का एक बड़ा हिस्सा
चमचो में तब्दील हो रहा है
तभी भारत अपना स्वाभिमान खो रहा है
मेरी गुजारिश है देश के नागरिको से
कोई एसा दूरबीन की खीज करो
जिससे डॉक्टर इन चमचो की नसबंदी कर सके ,
और गरीब देश की जनता का
सबसे बड़ा दुःख हर सके
ये चमचे गरीबो को लुटते है
और बेचारे नेताओ को बदनाम करते है !!!
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